नहीं आता हमें ( नज़्म ) डॉ लोक सेतिया
लगाना दिल नहीं आता हमेंदुखाना दिल नहीं आता हमें ।
मिलाना हाथ आता है मगर
मिलाना दिल नहीं आता हमें ।
उन्हें आता नहीं हम पर यकीं
दिखाना दिल नहीं आता हमें ।
हमें सब को मनाना आ गया
मनाना दिल नहीं आता हमें ।
तुम्हारा दिल तुम्हारे पास है
चुराना दिल नहीं आता हमें ।
बहुत चाहा नहीं माना कभी
रिझाना दिल नहीं आता हमें ।
जिसे देना था "तनहा" दे दिया
बचाना दिल नहीं आता हमें ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें