काल्पनिक संसार ( कविता ) डॉ लोक सेतिया
दर्द भरे गीतपुरानी फ़िल्में
कुछ कहानियां
कविताएं
ग़ज़लें
लगती हैं मुझे अच्छी ।
उस काल्पनिक संसार के
कई नायक
नायिका
बन गए हैं
मेरे लिए एक आदर्श
खोजता हूं उनको
अपने आस पास जीवन में ।
क्योंकि उन सब में
आती है नज़र मुझे झलक
प्यार
सदभावना व
मानवता के आदर्शों की ।
अपने रिश्तों की
वास्तविक दुनिया में
नहीं खोज पाते
हम जिन्हें कभी
बस करते रह जाते हैं
सदा उनकी तलाश ।
काश हमें मिल जाते
कविता
कहानी और पुरानी फिल्मों
के पात्रों जैसे
लोग वास्तविक जीवन में भी ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें