ज़िंदगी का सफर हसीन बनाएं ( कविता ) डॉ लोक सेतिया
बीती बातों को भूल जाएं , खुशियों को घर पर बुलाएंदोस्त अगर हैं रूठे हमसे , चलो उनको जाकर मनाएं ।
दुश्मनी कब तक करते रहेंगे , गले मिलें रिश्ता निभाएं
कुछ तो प्यार की रहे निशानी , हुई सभी से हैं खताएं ।
साल महीना सब बदलते हैं , बदलें हम भी नई अदाएं
मौसम करता बहार की बातें , फूल रंग बिरंगे खिलाएं ।
कब तक अकेले तन्हा रहेंगे , इक महफ़िल अपनी सजाएं
आपस में सभी से मुहब्बत कर , ज़िंदगी बड़ी हसीन बनाएं ।
छोड़ सब तकरार की बातें , करनी है बस प्यार की बातें
भूल गए बचपन की कहानी , गीत मधुर मिलके सब गाएं ।
1 टिप्पणी:
सुंदर भावना लिए पंक्तियाँ👍👌
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