अक्तूबर 26, 2023

किया है ( नज़्म ) डॉ लोक सेतिया

              किया है ( नज़्म ) डॉ लोक सेतिया  

उसने कहा तुमने भी कभी प्यार किया है 
कहा मैंने इक बार नहीं हर बार किया है ।  
 
पूछा उसने क्या दिल का ऐतबार किया है 
दिल का क्या इकरार कभी इनकार किया है । 
 
बताओ ज़रा मुहब्बत में क्या यार किया है 
जाने दो ये सब कुछ किया बेकार किया है ।
 
क्या इश्क़ में किसी का इंतज़ार किया है 
यही उम्र भर को और लगातार किया है । 
 
आसां तो नहीं हर किसी पर यकीं करना
हमने तो हमेशा सब कुछ दुश्वार किया है ।
 
तुमने कभी खुदाओं की ईबादत भी की है 
हमने इंसानों से मुहब्बत की प्यार किया है ।