मई 31, 2024

नाम बदनाम होना बड़ी बात है ( ग़ज़ल ) डॉ लोक सेतिया

        नाम बदनाम होना बड़ी बात है ( ग़ज़ल ) डॉ लोक सेतिया  

नाम , बदनाम होना , बड़ी बात है 
बस यही बन गई उनकी औकात है ।  
 
ज़ुल्म सहते नहीं लोग चुप चाप अब
शह हमारी  , हुई  आपकी मात है । 
 
होश आया , उड़ी नींद , ग़ुम चैन भी
खुल गई , आपकी , राज़ की बात है । 
 
हर तरफ़ था धुवां , सो रही रौशनी 
जल गया दीप , कैसी करामात है ।
 
शोर था हर तरफ़ एक बस आप हैं
अब मगर सच से करनी मुलाक़ात है । 
 
है हक़ीक़त इसे मान लो आप भी
बाद गर्मी सदा  , होती बरसात है । 
 
इक कहावत जो ' तनहा ' सुनी थी कभी  
ठीक कूबड़ हुआ , इक पड़ी लात है ।    





 
 

5 टिप्‍पणियां:

yashoda Agrawal ने कहा…

आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में" शनिवार 01 जून 2024 को लिंक की जाएगी ....  http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !

Sanjaytanha ने कहा…

Wahh sir👌

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

वाह

आलोक सिन्हा ने कहा…

सुन्दर

आलोक सिन्हा ने कहा…

बहुत सुन्दर