नाम बदनाम होना बड़ी बात है ( ग़ज़ल ) डॉ लोक सेतिया
नाम , बदनाम होना , बड़ी बात है
बस यही बन गई उनकी औकात है ।
ज़ुल्म सहते नहीं लोग चुप चाप अब
शह हमारी , हुई आपकी मात है ।
होश आया , उड़ी नींद , ग़ुम चैन भी
खुल गई , आपकी , राज़ की बात है ।
हर तरफ़ था धुवां , सो रही रौशनी
जल गया दीप , कैसी करामात है ।
शोर था हर तरफ़ एक बस आप हैं
अब मगर सच से करनी मुलाक़ात है ।
है हक़ीक़त इसे मान लो आप भी
बाद गर्मी सदा , होती बरसात है ।
इक कहावत जो ' तनहा ' सुनी थी कभी
ठीक कूबड़ हुआ , इक पड़ी लात है ।
5 टिप्पणियां:
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में" शनिवार 01 जून 2024 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !
Wahh sir👌
वाह
सुन्दर
बहुत सुन्दर
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