फ़रवरी 06, 2020

POST : 1240 कौन करता भला उसूल की बात ( ग़ज़ल ) डॉ लोक सेतिया "तनहा"

 कौन करता भला उसूल की बात ( ग़ज़ल ) डॉ लोक सेतिया "तनहा"

कौन करता भला उसूल की बात 
सब यहां  कर रहे फ़ज़ूल की बात । 

पतझड़ों ने बहार से कही आज 
एक मसले हुए  से फूल की बात । 

उनकी खातिर बिछा हुआ है कालीन 
उनको मालूम क्या है धूल की बात । 

कह रहे हम बहार की हैं सरकार 
हर ज़ुबां बोलती है शूल की बात । 

ख़वाब टूटे हुए की देख ताबीर 
याद उनको कहां है तूल की बात । 
 

 

1 टिप्पणी:

Sanjaytanha ने कहा…

बहुत प्यारी ग़ज़ल