अक्टूबर 30, 2023

तन्हाई ( नज़्म ) डॉ लोक सेतिया

               तन्हाई ( नज़्म ) डॉ लोक सेतिया  

उनसे कोई मुलाक़ात तो हो 
ख़ामोशी में भी बात तो हो । 
 
हैं क़ाली घटाएं और बिजलियां 
कोई प्यार की बरसात तो हो । 
 
शबे-हिज्र और ये अंधेरा 
चांदनी कोई रात तो हो । 
 
अजनबी से मौसम की बात 
कुछ कहने की शुरुआत तो हो ।
 
कल जो भी होना हो जाए 
ख़त्म आज की रात तो हो ।   
 
                          ( 12  अगस्त  1995 )
 

 

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