Expressions by Dr Lok Setia ( डॉ लोक सेतिया का लेखन )

मेरे ब्लॉग पर मेरी ग़ज़ल कविताएं नज़्म पंजीकरण आधीन कॉपी राइट मेरे नाम सुरक्षित हैं बिना अनुमति उपयोग करना अनुचित व अपराध होगा । मैं डॉ लोक सेतिया लिखना मेरे लिए ईबादत की तरह है । ग़ज़ल मेरी चाहत है कविता नज़्म मेरे एहसास हैं। कहानियां ज़िंदगी का फ़लसफ़ा हैं । व्यंग्य रचनाएं सामाजिक सरोकार की ज़रूरत है । मेरे आलेख मेरे विचार मेरी पहचान हैं । साहित्य की सभी विधाएं मुझे पूर्ण करती हैं किसी भी एक विधा से मेरा परिचय पूरा नहीं हो सकता है । व्यंग्य और ग़ज़ल दोनों मेरा हिस्सा हैं ।

दिसंबर 05, 2025

POST : 2043 क़त्ल मर चुके लोगों का ( हास - परिहास ) डॉ लोक सेतिया

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    क़त्ल मर चुके लोगों का ( हास - परिहास ) डॉ लोक सेतिया   आपने देखा होगा राजनेता दिखावे को सफाई अभियान की शुरुआत सोशल मीडिया अख़बार टीवी चैन...
दिसंबर 02, 2025

POST : 2042 कहनी है बात खरी खरी , भली लगे या लगे बुरी ( कटाक्ष ) डॉ लोक सेतिया

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        पापियों के पाप धोते धोते ( कटाक्ष ) डॉ लोक सेतिया                 { कहनी है बात खरी खरी , भली लगे या लगे बुरी } टी एन शेषन  ने जो अभ...
नवंबर 26, 2025

POST : 2041 सच कहने पे जाँ मत वारो ( सच मत बोलना ) डॉ लोक सेतिया

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      सच कहने पे जाँ मत वारो ( सच मत बोलना   ) डॉ लोक सेतिया               ( ये पोस्ट सच की खातिर जान देने वाले सत्येंद्र दुबे जी की याद में...
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नवंबर 23, 2025

POST : 2040 हम लेखक कुछ नहीं करते ( विचार - विमर्श ) डॉ लोक सेतिया

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    हम लेखक कुछ नहीं करते ( विचार - विमर्श ) डॉ लोक सेतिया  दुनिया करे सवाल तो हम क्या जवाब दें , पूछते हैं करते क्यां है जनाब , बताते हैं क...
नवंबर 20, 2025

POST : 2039 बिहारी दूल्हे की बरात ( व्यंग्य ) डॉ लोक सेतिया

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     बिहारी दूल्हे की बरात  ( व्यंग्य ) डॉ लोक सेतिया       अबकी बार क्या होगी चुनावी नैया पार महीनों तक संशय था बेकार , नतीजों की आई ऐसी बह...
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नवंबर 10, 2025

POST : 2038 अनजान राहों का मुसाफ़िर ( दरअसल ) डॉ लोक सेतिया

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    अनजान राहों का मुसाफ़िर ( दरअसल ) डॉ लोक सेतिया     मुसाफ़िर को मालूम ही नहीं सफ़र कब शुरू हुआ और कब इसका अंत होगा , चलना है रुकना नहीं बहत...
नवंबर 05, 2025

POST : 2037 मैं हूं बिग्ग बॉस ( व्यंग्य - कथा ) डॉ लोक सेतिया

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             मैं हूं बिग्ग बॉस ( व्यंग्य - कथा ) डॉ लोक सेतिया   मैं क्या हूं क्यों हूं कहां हूं कैसे हूं सभी लोग तमाम दुनिया उलझी हुई है मे...
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नवंबर 02, 2025

POST : 2036 क्या मिला , क्या बनाया , होगा क्या ( सृष्टि रहस्य ) डॉ लोक सेतिया

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क्या मिला ,  क्या बनाया , होगा क्या  ( सृष्टि रहस्य ) डॉ लोक सेतिया  कुछ भी निर्धारित नहीं है कोई विधाता खुद अपनी बनाई रचना को बनाने के बाद ...
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अक्टूबर 30, 2025

POST : 2035 दौड़ना भी साथ रहना भी ( समाजवाद ) डॉ लोक सेतिया

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      दौड़ना भी साथ रहना भी ( समाजवाद ) डॉ लोक सेतिया   एकता की खातिर दौड़ना अच्छा है , तभी जब सभी को बराबर समझ साथ लेकर कदम बढ़ाया जाये , लेकि...
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अक्टूबर 26, 2025

POST : 2034 भटकती रहेगी रूह उसकी ( व्यंग्य - कथा ) डॉ लोक सेतिया

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    भटकती रहेगी रूह उसकी ( व्यंग्य - कथा ) डॉ लोक सेतिया   मुझसे पूछती है उसकी आत्मा किसलिए उसकी मौत की खबर सभी को बताई मैंने । क्या बताऊं म...
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अक्टूबर 23, 2025

POST : 2033 भ्र्ष्टाचार पुराण की कथा ( व्यंग्य ) डॉ लोक सेतिया

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          भ्र्ष्टाचार पुराण की कथा ( व्यंग्य ) डॉ लोक सेतिया     { भ्र्ष्टाचार के अंत के बाद , 2014 की बात से आगे 2025 की बात । जारी }   मुझ...
अक्टूबर 20, 2025

POST : 2032 ख्वाबों ख्यालों की दुनिया ( जागते - सोते ) डॉ लोक सेतिया

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       ख्वाबों ख्यालों की दुनिया ( जागते -  सोते  ) डॉ लोक सेतिया  सपना ही था पिछली रात का अभी तक उलझन है कि उसका अर्थ क्या है , मैंने तो कभ...
अक्टूबर 18, 2025

POST : 2031 गरीबी की रेखा , अनचाही औलाद ( तरकश ) डॉ लोक सेतिया

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 गरीबी की रेखा , अनचाही औलाद ( तरकश ) डॉ लोक सेतिया  एक मां है , जिसके तीन बच्चे हैं । बड़ा बेटा कमाऊ पूत की तरह है , उस से छोटा जानता है कि ...
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अक्टूबर 17, 2025

POST : 2030 ख़त्म नहीं होती अमीरों की गरीबी ( व्यंग्य ) डॉ लोक सेतिया

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       ख़त्म नहीं होती  अमीरों की गरीबी   ( व्यंग्य ) डॉ लोक सेतिया    कभी बात हुआ करती थी गरीबी की रेखा को लेकर , सरकारी योजनाओं के गर्भ से ...
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अक्टूबर 15, 2025

POST : 2029 बहारें ख़ुदकुशी करने लगी ( दर्द - ए - गुल्सितां ) डॉ लोक सेतिया

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  बहारें ख़ुदकुशी करने लगी ( दर्द - ए - गुल्सितां ) डॉ लोक सेतिया  अब जो होने लगा है अनहोनी नहीं है सदियों की भूल की सज़ा है जिनको रखवाली करनी...
अक्टूबर 12, 2025

POST : 2028 ग़ुलामी को बरकत समझने लगे ( कटाक्ष ) डॉ लोक सेतिया

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    ग़ुलामी को बरकत समझने लगे ( कटाक्ष ) डॉ लोक सेतिया   आज़ाद होकर भी मानसिकता ग़ुलामी की ही है , हम सभी अभी भी किसी न किसी को अपना आक़ा बना कर...
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अक्टूबर 06, 2025

POST : 2027 लौटना गुज़रे हुए वक़्त में ( संस्मरण ) डॉ लोक सेतिया

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          लौटना गुज़रे हुए वक़्त में ( संस्मरण ) डॉ लोक सेतिया    अपनी इक ग़ज़ल से बात शुरू करने का मकसद है कितने लोग रह गए छूट गए पहले उनकी याद...
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पांच पुस्तकें प्रकाशित :- ग़ज़ल , कविता , कहानी , व्यंग्य , हास्य- व्यंग्य विधाओं की हुई हैं।

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Dr. Lok Setia
Fatehabad, Haryana, India
प्रकाशित पुस्तकें :- फ़लसफ़ा -ए - ज़िंदगी ( ग़ज़ल संग्रह ) , एहसासों के फूल ( कविता संग्रह ) , हमारे वक़्त की अनुगूंज ( व्यंग्य रचना संग्रह ) , दास्तानें ज़िन्दगी ( कहानी संग्रह ) , शून्यकाल का आलाप ( हास्य-व्यंग्य रचना संग्रह )
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